अति भीषण चक्रवाती तूफान निवार कल देर रात तट से टकराया और आज सवेरे पुदुच्चेरी के पास तमिलनाडु के मराकन्नम के पास तट पार कर गया। इस प्रक्रिया में 120 से 130 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से तेज हवाएं चली और चेन्नई समेत अनेक तटवर्ती इलाकों में मूसलाधार वर्षा हुई।
तूफान के टकराने के दौरान समुद्र में भयंकर हलचल रही। अनेक नदियों, नालों और जलाशयों में लबालब पानी भर रहा है। मौसम विभाग ने कहा है कि यह चक्रवात तट से टकराने के लगभग छह घंटे बाद शिथिल होने लगेगा। लेकिन इसके प्रभाव से 15 घंटे से अधिक समय तक वर्षा होती रहेगा।
निवार को देखते हुए तटवर्ती जिलों के एक लाख बीस हजार से अधिक लोगों को सुरक्षित जगहों पर राहत शिविरों में भेजा गया है। कई जगहों से पेड़ों के उखड़ने की भी खबरें आईं हैं। प्रकृति का यह तांडव जैसे पहले आशंका थी उससे भी भयंकर है। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि चक्रवात समय-समय पर अपनी दिशा बदल रहा है। राहत और बचाव की सभी तैयारियां की गईं हैं।
राष्ट्रीय आपदा मोचन बल और सेना नागरिक प्रशासन को राहत और बचाव कार्यों में सहायता देगी। चक्रवात को देखते हुए राज्य में कई प्रतियोगी परीक्षाएं और इंटरव्यू स्थगित कर दिए गए हैं।
16 जिलों में भारी वर्षा की आशंका को देखते हुए आज सरकारी कार्यालय और बैंक बंद रखे गए हैं। राहत और बचाव कार्यों की निगरानी कर रहे वरिष्ठ अधिकारियों का कहना है कि उन्हें जनता से भरपूर सहयोग मिल रहा है।