केंद्रीय वित्त एवं कॉर्पोरेट मामलों की मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को समरकंद में एशियाई अवसंरचना निवेश बैंक के बोर्ड ऑफ गवर्नर्स की 9वीं सालाना बैठक से पहले एआईआईबी के अध्यक्ष जिन लिकुन से मुलाकात की। इस मुलाकात के दौरान दोनों मंत्रियों ने द्विपक्षीय व्यापार, निवेश, डिजिटल सार्वजनिक अवसंरचना डीपीआई और बीआईटी सहित अन्य मुद्दों पर चर्चा की। वित्त मंत्री सीतारमण ने लिकुन को एआईआईबी का सफलतापूर्वक नेतृत्व करने तथा नौ वर्षों की छोटी अवधि में ऋण परिचालन में तीव्र वृद्धि के लिए बधाई भी दी। केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 24 सितंबर से 28 सितंबर तक उज्बेकिस्तान की आधिकारिक यात्रा पर हैं।
भारत और कतर के बीच ऐतिहासिक और गहरे संबंधों का जिक्र करते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि भारत कतर के साथ संबंधों को और मजबूत बनाने के लिए लगातार काम कर रहा है। वित्त मंत्री सीतारमण ने कहा कि भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती बड़ी अर्थव्यवस्था बना हुआ है, जो इसे ऊर्जा, अवसंरचना, रसद, आतिथ्य, खाद्य सुरक्षा, स्टार्ट-अप आदि जैसे क्षेत्रों में कतर की संस्थाओं के लिए निवेश के अवसरों के लिए उत्कृष्ट गंतव्य बनाता है।
अली बिन अहमद अल कुवारी ने चर्चा के दौरान देशों के बीच विशेष और ऐतिहासिक संबंधों को दोहराया। मंत्री ने तेजी से बढ़ती भारतीय अर्थव्यवस्था की सराहना की और भारत में एफडीआई की विशाल संभावनाओं का पता लगाने के विचार का भी स्वागत किया। वित्त मंत्री के साथ उज्बेकिस्तान के दौरे पर गए वित्त मंत्रालय के प्रतिनिधिमंडल ने सीमा पार भुगतान, डिजिटल लेन-देन को सुविधाजनक बनाने और फास्ट ट्रैक मोड में द्विपक्षीय निवेश संधि (बीआईटी) को अंतिम रूप देने के क्षेत्रों में सहयोग पर विचार करने पर सहमति व्यक्त की।