केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि कोविड वैक्सीन की दो खुराकों के बीच सिर्फ कोविशील्ड वैक्सीन के लिए समयांतराल में बदलाव किया गया है और कोवैक्सीन के लिए यह अवधि नहीं बढ़ाई गई है। नई दिल्ली में मीडिया को संबोधित करते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा कि कोविशील्ड की दो खुराकों के बीच अंतराल का पहला टीका लगने के बाद चार से आठ सप्ताह कर दिया गया है जिसकी अवधि पहले चार से छह सप्ताह थी।
स्वास्थ्य सचिव ने यह भी कहा कि कोवैक्सीन के मामले में दो खुराकों के बीच समयांतराल चार से छह सप्ताह का ही रहेगा। उन्होंने यह भी बताया कि सरकार ने 45 वर्ष से अधिक उम्र के नागरिकों को भी आगामी पहली अप्रैल से कोविड टीका लगाने की अनुमति दे दी है और इसके लिए गंभीर बीमारी की शर्त भी हटा दी गई है।
उन्होंने यह भी बताया कि 45 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों के लिए पंजीकरण भी पहली अप्रैल से ही शुरू हो जाएगा। उन्होंने कहा कि यह फैसला इसलिए लिया गया है क्योंकि देश में कोविड महामारी से मौत के मामले में 88 प्रतिशत रोगी 45 वर्ष और इससे अधिक उम्र के ही हैं।
बढ़ते हुए कोविड मामलों के बारे में बताते हुए राजेश भूषण ने कहा कि महाराष्ट्र और पंजाब में कोविड-19 का संक्रमण इन दिनों तेजी से बढ़ा है, जो चिंता का विषय है। पिछले 24 घंटे के दौरान महाराष्ट्र में 28 हजार 699 नये मरीजों में कोविड संक्रमण की पुष्टि हुई, तो वहीं पंजाब में दो हजार 254 नये मरीज सामने आये।
उन्होंने कहा कि भारत में वर्तमान में तीन लाख 68 हजार 457 संक्रमित मरीज है जो अब तक के कुल मामलों का सिर्फ तीन दशमलव एक-चार प्रतिशत है और 10 जिलों – पुणे, नागपुर, मुम्बई, थाणे, नासिक, औरंगाबाद, नादेड़, जलगांव, अकोला और बैंगलुरू शहरी सबसे अधिक प्रभावित हैं।
नीति आयोग के सदस्य डॉ. वी.के. पॉल ने कहा कि सरकार के पास टीकाकरण अभियान के लिए पर्याप्त वैक्सीन उपलब्ध है और वैक्सीन की कोई कमी नहीं है। उन्होंने कहा कि सभी जिलों, राज्यों और टीकाकरण केन्द्रों पर वैक्सीन की पर्याप्त उपलब्धता है।