शाहरुख़ हुसैन नामक व्यक्ति ने अंकिता सिंह नाम की नाबालिग हिन्दू लड़की के शरीर पर पेट्रोल छिड़क कर आग लगा दिया, जिससे इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। शाहरुख़ को पुलिस की हिरासत में हँसते हुए और मूँछों पर ताव देते हुए देखा गया, जिससे पता चलता है कि उसे पुलिस-प्रशासन का कोई भय नहीं है।
इसका कारण है स्थानीय DSP नूर मुस्तफा, जिस पर आरोप है कि वो हत्यारे को बचा रहा है। विरोध प्रदर्शन कर रहे हिन्दुओं ने कहा कि उन्हें प्रशासन से शिकायत हैं, क्योंकि वो हमेशा से हिन्दुओं का विरोध करती है।
इससे पहले बाल कल्याण समिति ने अंकिता को नाबालिग बताते हुए पोक्सो कानून के तहत केस दर्ज करने को कहा है। समिति ने कहा कि छात्रा की 10वीं के मार्कशीट के मुताबिक उसकी उम्र 16 साल के आसपास थी और वह बालिग नहीं थी जैसा कि पुलिस ने दावा किया। आरोप था कि एसडीपीओ नूर मुस्तफा ने अंकिता को बालिग बताया था।