अमृतसर में हुई एक चौंकाने वाली और विचित्र घटना में, कुछ अज्ञात उपद्रवियों ने दशहरे के दिन भगवान राम का पुतला जलाया और शुभ दिन पर हिंदू भावनाओं को आहत किया।
पुलिस द्वारा कल चंदन सिंह के बेटे अंगरेज सिंह, तरलोक सिंह के बेटे अग्रेज सिंह, जितेंद्र सिंह और 10 अज्ञात लोगों के खिलाफ धार्मिक भावनाओं को आहत करने के लिए मामला दर्ज किया गया था। घटना का एक वीडियो सब-इंस्पेक्टर हरपाल सिघ ने मंगलवार रात अपने फोन पर प्राप्त किया था जिसमें कुछ लोग भगवान राम का पुतला जलाते देखे गए थे।
डीएसपी गुरु प्रताप सिंह सहोता के अनुसार, घटना के एक वीडियो से अपराधियों की पहचान की गई है।
घटना की खबर मिलते ही कुछ हिंदू संगठनों ने मामले का संज्ञान लिया। ऑल इंडिया हिंदू टकसाली दल के नेता सुनील अरोड़ा ने स्थानीय प्रशासन को एक अल्टीमेटम दिया कि अगर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई तो वह सड़कों को जाम कर देंगे।
भारतीय जनता युवा मोर्चा (BJYM) के सदस्यों ने भगवान राम का पुतला जलाने के खिलाफ 23 अक्टूबर को शहीद भगत सिंह चौक पर विरोध प्रदर्शन किया और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। BJYM के सदस्य प्रधान बलजीत सिंह प्रिंस ने पंजाब में कांग्रेस सरकार से यह सुनिश्चित करने के लिए कहा कि ऐसी घटना दोबारा न हो।
भाजयुमो के सदस्यों ने कहा कि राज्य में बदमाश सक्रिय हो गए हैं और कांग्रेस सरकार मूक दर्शक बन गई है।
विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) के सदस्यों ने भी इस घटना की निंदा की और एडीसी जसबीर सिंह को एक मांग पत्र सौंपकर न्याय की मांग की। इस समय मौजूद विहिप नेताओं ने कहा कि इस घटना से हिंदुओं की सामूहिक धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंची है और दोषियों को बुक करने के लिए लाया जाना चाहिए।
भगवान राम के पुतले को जलाए जाने के एक वायरल वीडियो के खिलाफ हमें अधिवक्ता अशोक सरीन से शिकायत मिली। हमने इस संबंध में जालंधर पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज की है और हम जांच के आधार पर आगे की कार्रवाई करेंगे: मुकेश कुमार, उप-निरीक्षक, जालंधर पुलिस pic.twitter.com/gXfiFdwDCH
– ANI (@ANI) 28 अक्टूबर, 2020
–
जालंधर पुलिस स्टेशन के सब-इंस्पेक्टर मुकेश कुमार ने कहा कि पुलिस को एडवोकेट अशोक सरीन द्वारा घटना के वीडियो के खिलाफ शिकायत मिली है। पुलिस ने जालंधर पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज की है और जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।