भारतीय मंदिरों की समृद्ध स्थापत्य परंपराओं को प्रदर्शित करने के लिए अयोध्या में एक संग्रहालय बनाया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के इस सुझाव के बाद परियोजना के लिए 25 एकड़ जमीन की पहचान की गई है कि राम मंदिर आने वाले तीर्थयात्रियों का लंबे समय तक ठहराव सुनिश्चित करने के लिए शहर में परियोजनाएं शुरू की जानी चाहिए।
PM मोदी ने यह सुझाव श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास के वरिष्ठ पदाधिकारियों को दिया, जिन्होंने 22 जनवरी को निर्माणाधीन राम मंदिर के प्राण-प्रतिष्ठा समारोह के लिए मोदी को आमंत्रित करने के वास्ते 25 अक्टूबर को उनसे मुलाकात की थी। प्रधानमंत्री ने निमंत्रण स्वीकार करने के बाद कहा था कि वह धन्य महसूस कर रहे हैं कि वह इस ऐतिहासिक अवसर के साक्षी बनेंग।
इसी तर्ज पर शुरू की जा रही एक प्रमुख परियोजना भारतीय मंदिरों की वास्तुकला को प्रदर्शित करने वाला संग्रहालय है जो देश भर के मंदिरों की समृद्ध स्थापत्य परंपराओं के विभिन्न पहलुओं को प्रदर्शित करेगा। उन्होंने कहा कि अन्य परियोजनाओं में ‘राम चरित मानस अनुभव केंद्र’ शामिल है जो भगवान राम के जीवन को आकर्षक तरीके से चित्रित करेगा, जबकि एक विश्व स्तरीय मोम संग्रहालय राम के युग से संबंधित विभिन्न विषयों को चित्रित करेगा।