गुलाम नबी आजाद के कल कांग्रेस से त्यागपत्र देने के बाद जम्मू-कश्मीर के पांच वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं और पूर्व विधायकों ने उनके प्रति निष्ठा व्यक्त करते हुए पार्टी से त्यागपत्र दे दिया है। त्यागपत्र में, आजाद ने राहुल गांधी पर पार्टी की परामर्श व्यवस्था को धवस्त करने का आरोप लगाया।
जम्मू-कश्मीर के कांग्रेस नेता गुलाम मोहम्मद सरूरी, हाजी अब्दुल रशीद, मोहम्मद अमीन भट्ठ, गुल़ज़ार अहमद वाणी, चौधरी अकरम मोहम्मद और सलमान निजामी ने गुलाम नबी आजाद के समर्थन में पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया।
आजाद ने नेतृत्व पर ‘फर्जी’ आंतरिक चुनाव के नाम पर पार्टी में धोखाधड़ी का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि ‘रिमोर्ट कंट्रोल मॉडल’ ने कांग्रेस की संस्थागत सत्यनिष्ठा को बर्बाद कर दिया हैा उन्होंने यह आरोप भी लगाया कि सभी निर्णय या तो राहुल गांधी या सुरक्षा गार्ड और निजी सहायकों तक द्वारा भी लिए जा रहे हैं।
आजाद ने कहा कि सभी वरिष्ठ और अनुभवी नेताओं को दरकिनार कर दिया गया था और गैर-अनुभवी चापलूसों की नई मंडली द्वारा पार्टी संचालित की जाने लगी थी। कांग्रेस छोड़ने वाले बड़े नेताओं में आजाद का नाम भी शामिल हो गया है।