ओडिसा के पुरी में आज विश्व प्रसिद्ध रथयात्रा का त्योहार मनाया जा रहा है। रथयात्रा का कार्यक्रम निर्विघ्न संपन्न हो सके यह सुनिश्चित करने के लिए कड़े सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं।
यह दूसरा मौका है जब कोरोना महामारी के कारण रथयात्रा का आयोजन आम श्रद्धालुओं की उपस्थिति के बगैर हो रहा है। पिछले वर्ष की ही तरह इस बार भी केवल श्रीजगन्नाथ मंदिर के सेवादारों को ही देवताओं के रथों को खींचने की प्रक्रिया में शामिल होने की अनुमति दी गई है।
ओड़ीशा के पुरी में भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा देश-दुनिया में सबसे पुरानी है, जिसका वर्णन ब्रह्म पुराण, पद्म पुराण, स्कंद पुराण और कपिला संहिता में पाया जाता है। वार्षिक उत्सव हर साल अषाढ़ शुक्ल पक्ष की द्वितीया को मनाया जाता है।
भगवान जगन्नाथ की वार्षिक रथयात्रा पुरी के सारदा बाली के पास गुंडिचा मंदिर पहुंचेगी।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भगवान जगन्नाथ रथयात्रा के अवसर पर लोगों को, विशेषकर ओडि़सा के श्रद्धालुओं को बधाई दी है। श्री कोविंद ने एक ट्वीट में भगवान जनन्नाथ की अनुकम्पा से सबके लिए सुख, समृद्धि और स्वास्थ्य की कामना की।
भारत समेत विश्वभर में कोरोना की अप्रत्याशित परिस्थिति को देखते हुए उप-राष्ट्रपति ने लोगों से रथयात्रा का उत्सव मनाने में बेहद सावधानी बरतने और कोरोना से बचाव के नियमों का पालन करने की अपील की। उन्होंने उम्मीद जताई कि रथयात्रा से जुड़े पवित्र और श्रेष्ठ आदर्श हमारे जीवन को शांति, सद्भाव, अच्छे स्वास्थ्य और खुशियों से समृद्ध करेंगे।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रथयात्रा के अवसर पर लोगों को शुभकामनाएं दी है। एक ट्वीट में श्री मोदी ने भगवान जगन्नाथ को नमन करते हुए लोगों के बेहतर स्वास्थ्य और सुख-समृद्धि की कामना की।
गृहमंत्री अमित शाह ने जगन्नाथ रथयात्रा की शुभंकामनाएं दी है। श्री शाह ने एक ट्वीट में महाप्रभु जगन्नाथ की कृपा से लोगों के जीवन में स्वास्थ्य, सौभाग्य और समृद्धि की कामना की है।
आकाशवाणी के कटक केन्द्र से पुरी रथयात्रा का आखों देखा हाल प्रसारित किया जायेगा। इसे आज सवेरे 11 बजकर दस मिनट से 12 बजे तक और फिर दिन के 3 बजकर दस मिनट से शाम 4 बजे तक दो चरणों में सुना जा सकता है।