राजस्थान में चुनाव के बाद सरकार बनाने की कवायद के बीच मंगलवार 5 दिसंबर को करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगोमेड़ी की गोली मारकर हत्या कर दी गई। मेहमान बनकर घर में आए दो बदमाशों ने दिनदहाड़े सुखदेव सिंह गोगोमेड़ी को गोली मारी। घटना सीसीटीवी में कैद हो गई। दोनों हत्यारों की पहचान कर ली गई है। इनमें एक शूटर मकराना का रोहित और दूसरा हरियाणा के महेंद्रगढ़ का निवासी नितिन फौजी है।
नितिन सेना का जवान है। उसी ने करणी सेना के अध्यक्ष के सिर में गोली मारी। अब दोनों फरार शूटर रोहित और नितिन फौजी पर 5-5 लाख रुपये के इनाम की घोषणा की गई है। सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या से राजस्थान के लोगों में उबाल है। सनसनीखेज तरीके से गोली मारकर हत्या किये जाने के बाद राजस्थान में पुलिस महकमे में भी हड़कंप है।
करनी सेना की नींव साल 2006 में रखी गई थी। नींव रखने वाले का नाम था- लोकेंद्र सिंह कालवी. कालवी इतने पावरफुल थे कि एक आवाज पर पूरा राजपूत समाज उनके लिए खड़ा हो जाता। उन्होंने राजपूतों को संगठित करने के लिए एक संगठन बनाया। इस तरह करणी सेना बनी। आज करणी सेना राजपूताना संगठन के तौर पर पूरे राजस्थान में फैल चुकी है।