कांग्रेस सांसद शशि थरूर के सर्जिकल स्ट्राइक संबंधी बयान ने कांग्रेस और भाजपा के बीच विवाद खड़ा कर दिया है। थरूर ने पनामा में दिए अपने भाषण में कहा था कि 2016 में मोदी सरकार के दौरान भारत ने पहली बार नियंत्रण रेखा पारकर सर्जिकल स्ट्राइक की थी।
भाजपा नेता मुख्तार अब्बास नकवी ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी द्वारा पीएम मोदी की सफलताओं के प्रति दुराग्रह और दुष्प्रचार का सिलसिला शुरू किया गया है। उन्होंने आगे कहा, “कांग्रेस पार्टी कभी भी देश की सुरक्षा के प्रति गंभीर नहीं रही है।” नकवी ने स्पष्ट किया कि एक ओर जहां भारतीय सेना ने आतंकी ठिकानों को नष्ट किया है, वहीं कांग्रेस पार्टी इस पर सवाल उठा रही है।
इस मुद्दे पर कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा कि शशि थरूर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर स्पष्टीकरण दे दिया है कि उन्होंने ऐसा कुछ नहीं कहा था, इसलिए यह विवाद यहीं समाप्त हो जाना चाहिए।
खेड़ा ने भाजपा सांसद निशिकांत दुबे के एक्स पोस्ट पर भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कांग्रेस शासनकाल के दौरान भारत के अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रभाव का उल्लेख किया, जिसमें अफगानिस्तान मामले पर रीगन द्वारा राजीव गांधी से मदद मांगे जाने का उदाहरण दिया। खेड़ा ने वर्तमान और पूर्व सरकारों के अंतरराष्ट्रीय संबंधों में अंतर को रेखांकित करते हुए कहा कि वर्तमान में डोनाल्ड ट्रंप भारत को व्यापारिक धमकियां दे रहे हैं, जबकि पहले भारत का अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अधिक सम्मान था।