राजस्थान के अलवर में 300 साल पुराने मंदिरों पर बुलडोजर चला है। मंदिरों को प्रतिमाओं समेत धराशायी किया गया है। ये मंदिर राजगढ़ शहर की आबादी वाले इलाके में थे। लेकिन अब इस मसले पर सियासत का पारा गर्मा गया है। कांग्रेस इसे बीजेपी का धार्मिक उन्माद फैलाने का षड्यंत्र बता रही है तो बीजेपी इस कार्रवाई को बदले की राजनीति करार दे रही है।
डोटासरा ने कहा है कि मंदिरों को गिराने का काम अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई के तहत हुआ और इसमें कांग्रेस या राज्य सरकार को कोई लेना-देना नहीं है।
बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष डॉ. सतीश पूनिया ने कहा है कि 300 साल पुराना मंदिर कैसे अतिक्रमण करार दिया जा सकता है? ऐसा कैसे हुआ? इसकी जांच के लिए पार्टी का एक दल मौके पर भेजा जा रहा है। इसकी तीन दिन में रिपोर्ट मांगी गई है। उधर, बीजेपी के राज्यसभा सांसद डॉ. किरोड़ीलाल मीणा ने माना है कि नगर पालिका के बीजेपी बोर्ड से यह गलती हुई है, ऐसा नहीं होना चाहिए था।