उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर जिले स्थित जलालाबाद का नाम आधिकारिक रूप से “परशुरामपुरी” कर दिया गया है। केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा इस नाम परिवर्तन के प्रस्ताव को अनुमोदित किया गया है।
उत्तर प्रदेश सरकार ने 27 जून 2025 को गृह मंत्रालय को नाम परिवर्तन हेतु आवेदन प्रेषित किया था, जिसके प्रति भारत सरकार ने “कोई आपत्ति नहीं” की स्थिति व्यक्त की है। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय से प्राप्त पत्र संख्या एसएम/28/35/2025, दिनांक 14.08.2025 में नए नाम की वर्तनी देवनागरी और रोमन लिपियों में प्रस्तावित की गई है।
गृह मंत्रालय के पत्र में उत्तर प्रदेश सरकार को निर्देशित किया गया है कि वह नए नाम “परशुरामपुरी” की वर्तनी देवनागरी (हिंदी), रोमन (अंग्रेजी) और क्षेत्रीय भाषाओं में समाहित करते हुए आवश्यक राजपत्र अधिसूचना जारी करे।
केंद्रीय राज्य मंत्री और पीलीभीत से लोकसभा सांसद जितिन प्रसाद ने इस निर्णय पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के प्रति आभार व्यक्त किया है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का भी आभार प्रकट किया।
श्री प्रसाद ने अपने संदेश में उल्लेख किया, “इस निर्णय ने संपूर्ण सनातनी समाज को गर्व का क्षण प्रदान किया है।” उन्होंने भगवान परशुराम के प्रति श्रद्धा व्यक्त करते हुए कहा कि उनकी कृपा से ही यह कार्य संपन्न हो सका है।
यह नाम परिवर्तन उत्तर प्रदेश में नगरों के नामकरण की चल रही प्रक्रिया का एक और उदाहरण है, जिसके अंतर्गत ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व के अनुसार स्थानों के नाम परिवर्तित किए जा रहे हैं।