भारतीय जनता पार्टी ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में दिल्ली सरकार पर सरकारी पैसे की हेराफेरी का आरोप लगाया है। भाजपा सासंद मनोज तिवारी और प्रवक्ता संबित पात्रा ने कल नई दिल्ली में संवाददाता सम्मेलन में कहा कि दिल्ली सरकार ने निर्माण श्रमिकों के नाम पर अनेक लोगों का फर्जी पंजीकरण कराया है और उनके लिये आवंटित धनराशि का उपयोग पार्टी कार्यों में किया है।
पात्रा ने कहा कि अरविंद केजरीवाल की निष्ठा और ईमानदारी प्रदूषित हो चुकी है। उन्होंने बताया कि 2006 से 2021 तक के बीच दिल्ली सरकार के श्रम विभाग में तेरह लाख से अधिक निर्माण कार्य श्रमिकों का पंजीकरण किया गया। इसी तरह से 2018 से 2021 के बीच नौ लाख से ज़्यादा मजदूर पंजीकृत किये गये।
पात्रा ने कहा कि जांच में दो लाख से अधिक फर्ज़ी श्रमिकों का पता चला है, जिनमें से पैंसठ हज़ार श्रमिकों के लिए एक ही मोबाइल नम्बर दर्ज किया गया है। इसके अलावा पंद्रह हज़ार सात सौ पचास लोगों का दिल्ली में घर का पता एक ही मकान का दिया गया है और चार हज़ार तीन सौ सत्तर का स्थाई पता भी एक समान ही है।
भाजपा नेता मनोज तिवारी ने दिल्ली में बढ़ते वायु प्रदूषण का ज़िक्र करते हुए आरोप लगाया कि अरविंद केजरीवाल को इसकी बिलकुल भी परवाह नहीं है और वे चुनाव प्रचार में व्यस्त हैं। उन्होंने कहा कि केजरीवाल अपनी ज़िम्मेदारी नहीं निभा रहे, इसलिए उन्हें मुख्यमंत्री पद पर बने रहने का कोई अधिकार नहीं है।