देश भर में अब तक 14 करोड 19 लाख से अधिक कोविड टीके लगाये गये हैं। लगभग 93 लाख स्वास्थ्य देखभाल कर्मियों ने पहला और 60 लाख से अधिक स्वास्थ्य कर्मियों ने दूसरा टीका भी लगवा लिया है।
स्वास्थ्य मंत्रालय में संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने नई दिल्ली में संवाददाताओं को बताया कि एक करोड 19 लाख से अधिक अग्रिम पंक्ति के कार्यकर्ताओं ने पहला और 63 लाख से अधिक कार्यकर्ताओं ने दूसरा टीका लगवा लिया है। उन्होंने कहा कि 45 वर्ष से अधिक उम्र के 9 करोड 79 लाख से अधिक लोगों को कोविड का पहला टीका और एक करोड से अधिक लोगों को दूसरा टीका लगाया जा चुका है।
श्री अग्रवाल ने कहा कि राज्यों और जिलों में कोविड प्रबंधन के लिए कंटेनमेंट, क्लीनिकल प्रबंधन और सामुदायिक भागीदारी के तीन मुख्य सिद्धांतों का पालन किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि सुरक्षित दूरी बनाए रखने के नियमों पर ध्यान देते रहने की आवश्यकता है। संयुक्त सचिव ने कहा कि मास्क लगाने और सुरक्षित दूरी बनाए रखने से संक्रमण का फैलाव कम किया जा सकता है।
संयुक्त सचिव ने कहा कि यदि सुरक्षित दूरी बनाए रखने के नियम का पालन न किया जाए, तो एक व्यक्ति तीस दिन में चार सौ छह लोगों को संक्रमित कर सकता है। उन्होंने कहा कि कोविड महामारी से लडाई में ऑक्सीजन का उचित उपयोग तथा रेमडेसिविर और टोसिलिजुमैब जैसी दवाइयों को डॉक्टर के परामर्श पर लेना महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि अनेक लोग घबराहट में अस्पतालों के बिस्तर घेर रहे हैं। श्री अग्रवाल ने लोगों से आग्रह किया कि केवल डॉक्टर की सलाह पर ही अस्पताल में भर्ती हों।
गृह मंत्रालय में अपर सचिव पीयूष गोयल ने कहा कि भारत में मेडिकल ऑक्सीजन पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। उन्होंने कहा कि ऑक्सीजन के टैंकरों की ढुलाई बडी चुनौती है। श्री गोयल ने कहा कि भारत, खरीद या किराये के आधार पर विदेशों से ऑक्सीजन टैंकर मंगवा रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार ऑक्सीजन टैंकरों के आवागमन पर वास्तविक निगरानी कर रही है। श्री गोयल ने लोगों से अपील की कि मौजूदा कोविड स्थिति से घबराना नहीं चाहिए।
नई दिल्ली में एम्स के निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया ने कहा कि हमें कोविड मरीजों की संख्या कम करने और अस्पताल के संसाधनों का श्रेष्ठ उपयोग करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि ऑक्सीजन का औचित्यपूर्ण उपयोग बहुत महत्वपूर्ण है। डॉ. गुलेरिया ने कहा कि इस समय लोग अनावश्यक रूप से घबरा रहे हैं।