प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज वीडियो कान्फ्रेंस के माध्यम से आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन की शुरूआत की। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि इस मिशन से देश में स्वास्थ्य देखभाल के क्षेत्र में क्रांतिकारी परिवर्तन लाने की ताकत मिलेगी। आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन गरीब और मध्यम वर्ग के लोगों के स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं को दूर करने में बड़ी भूमिका निभाएगा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि देश के प्रत्येक नागरिक को एक डिजिटल हेल्थ आई डी मिलेगी और डिजिटल माध्यम से उनका रिकॉर्ड सुरक्षित रहेगा। पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती के अवसर पर तीन साल पहले देश में आयुष्मान भारत योजना की शुरूआत की गई थी। प्रधानमंत्री ने इस बात पर खुशी व्यक्त की कि आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन की आज से देशभर में शुरूआत हो रही है।
प्रधानमंत्री ने कोविड के दौरान मदद करने वाले डॉक्टरों, नर्सों और अन्य मेडिकल स्टॉफ का आभार व्यक्त किया।
आयुष्मान भारत- प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना ने भी लोगों को मुफ्त और समय पर मदद पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। अब तक दो करोड़ से अधिक लोगों जिनमें आधी आबादी महिलाओं की है ने इस योजना का लाभ उठाया।
प्रधानमंत्री ने बताया कि भारत एक समग्र और समावेशी स्वास्थ्य मॉडल पर काम कर रहा है जो सुरक्षित स्वास्थ्य देखभाल, किफायती और सुलभ उपचार उपलब्ध कराए। स्वास्थ्य शिक्षा पर अभूतपूर्व सुधारों पर चर्चा करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि देश में पहले के सात-आठ वर्षों के मुकाबले अब बड़ी संख्या में डॉक्टरों और पैरा मेडिकल मानवशक्ति तैयार की जा रही है।