चंद्रमा पर पहुंचाने की महत्वाकांक्षी योजना के तहत अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी, नासा का सबसे शक्तिशाली रॉकेट आर्टेमिस आज चंद्रमा अभियान पर रवाना हो गया। 98 मीटर लंबे आर्टेमिस यान को अमेरिका के केनेडी अंतरिक्ष केन्द्र से प्रक्षेपति किया गया। यान ने 160 किलोमीटर प्रति घंटे की तेज रफ्तार के साथ के आसमान में उडान भरी।
50 साल पहले अपोलो अभियान की समाप्ति के बाद अमेरिका की ओर से चंद्रमा पर फिर से अंतरिक्ष यात्रियों को उतारने की दिशा में यह एक बड़ा कदम है। 1969 से 1972 तक छह अपोलो अभियान के दौरान बारह अंतरिक्ष यात्री चंद्रमा पर पहुंचे थे।
आर्टेमिस अभियान में कई बार व्यवधान पडा जिसकी वजह से इसकी लागत में काफी बढोतरी हो गयी। आर्टेमिस को देखने के लिए 15 हजार लोगों की भारी भीड जमा हो गई थी। नासा 2024 में अगली उड़ान पर चंद्रमा के पास चार अंतरिक्ष यात्रियों को भेजने और 2025 की शुरुआत में वहां मानवों को उतारने का लक्ष्य लेकर चल रहा है।
नासा के मुताबिक, लॉन्च के कुछ मिनट बाद ही रॉकेट ने ओरियन स्पेसक्राफ्ट को चांद की तरफ छोड़ दिया। सोमवार को ओरियन चंद्रमा की सतह के 96.5 किलोमीटर पास से गुजरेगा। यह चांद की कक्षा में सैटेलाइट्स भी छोड़ेगा। कुछ हफ्ते स्पेस में बिताने के बाद यह 11 दिसंबर को प्रशांत महासागर में आ गिरेगा। ओरियन ने प्रथ्वी की तस्वीर भेजी है। नासा ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी।