पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के आठवें और अंतिम चरण का मतदान आज सम्पन्न हो गया। शाम छह बजे तक 76 दशमलव शून्य सात प्रतिशत वोट डाले गए।
विधानसभा की 294 सीटों के चुनाव के लिए दो हजार से अधिक उम्मीदवार चुनाव मैदान में थे। तृणमूल कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी ने अकेले चुनाव लड़ा और सभी सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे। वामदलों, कांग्रेस और इंडियन सेक्यूलर फ्रंट ने संयुक्त मोर्चा के बैनर तले चुनाव लड़ा है। सभी दलों के दिग्गज नेताओं ने अपने-अपने उम्मीदवारों के पक्ष में जमकर प्रचार किया। कोविड के बढ़ते मामले निर्वाचन आयोग के लिए बड़ी चिंता का विषय रहे। इस कारण आयोग ने चुनाव प्रचार के समय में कटौती भी की। महामारी से चार उम्मीदवारों की मृत्यु हो गई।
अब सबको दो मई यानी रविवार को मतगणना का इंतजार है। राज्य में इससे पहले 2016 में हुए विधानसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस को 211 सीटें मिली थीं। कांग्रेस ने 44, वाममोर्चा ने 33 और भारतीय जनता पार्टी ने तीन सीटें जीती थीं। भारतीय जनता पार्टी ने 2019 के लोकसभा चुनाव में कुल 42 सीटों में से 18 सीटों पर जीत हासिल की थी। इस चुनाव में तृणमूल कांग्रेस को 22 सीटें मिली थीं। कांग्रेस दो सीटों पर जीती थी और वाममोर्चा का कोई उम्मीदवार नहीं जीत सका था।