प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को संसद भवन परिसर के बालयोगी ऑडिटोरियम में गोधरा त्रासदी पर आधारित फिल्म ‘द साबरमती रिपोर्ट’ की स्क्रीनिंग में भाग लिया। इस विशेष अवसर पर केंद्रीय मंत्रिमंडल के कई सदस्य, सांसद और फिल्म उद्योग की prominents हस्तियां भी उपस्थित थीं। पीएम मोदी ने फिल्म देखने के बाद सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर अपने विचार व्यक्त करते हुए निर्माताओं की मेहनत की सराहना की। उन्होंने कहा कि यह फिल्म द गोधरा घटना की सच्चाई को उजागर करने का एक प्रयास है।
फिल्म ‘द साबरमती रिपोर्ट’ देखने के बाद अभिनेता विक्रांत मैसी ने प्रधानमंत्री के साथ इस अनुभव को बेहद खास बताया और इसे अपने करियर का सबसे महत्वपूर्ण पल माना। उसी तरह, अभिनेत्री राशि खन्ना ने कहा कि उन्हें फिल्म को कई बार देखने का मौका मिला, लेकिन पीएम के साथ इसे देखना एक महत्त्वपूर्ण पड़ाव था। उन्होंने यह भी बताया कि फिल्म को कई राज्यों में कर-मुक्त किया गया है, जिससे यह आशा जताई जा रही है कि अधिक लोग इसे देखेंगे। इस प्रकार, फिल्म के कलाकारों ने अपनी भावनाएँ साझा की और इसे गर्व का विषय बताया।
फिल्म ‘द साबरमती रिपोर्ट’ 2002 में गोधरा स्टेशन पर हुई उस त्रासदी पर केंद्रित है, जब कारसेवकों से भरी साबरमती एक्सप्रेस ट्रेन को एक विशेष समुदाय के लोगों ने आग के हवाले कर दिया था। इस घटना में 59 रामभक्तों की मृत्यु हुई थी, जिसके बाद गुजरात में भयंकर साम्प्रदायिक दंगे हुए। गोधरा कांड के दौरान राजनीति भी खूब हुई, जिसमें तत्कालीन रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव ने इसे रामभक्तों का षड्यंत्र बताया। विपक्षी दलों ने तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को गुजरात दंगों के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए खलनायक के रूप में पेश किया। इस संदर्भ में, प्रधानमंत्री मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने फिल्म ‘साबरमती रिपोर्ट’ की सराहना की, जो इस त्रासदी की सच्चाई को उजागर करने के लिए साहसिक कदम है।