प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को नामीबिया की राष्ट्रपति नेटुम्बो नंदी-नदैतवाह द्वारा नामीबिया के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार ‘ऑर्डर ऑफ द मोस्ट एंशिएंट वेल्विट्सचिया मिराबिलिस’ से सम्मानित किया गया। वह इस सम्मान को प्राप्त करने वाले प्रथम भारतीय नेता हैं।
पुरस्कार ग्रहण करते हुए, प्रधानमंत्री मोदी ने इसे 140 करोड़ भारतवासियों और दोनों देशों के मध्य ऐतिहासिक संबंधों को समर्पित किया। उन्होंने राष्ट्रपति नंदी-नदैतवा और नामीबिया के नागरिकों के प्रति आभार व्यक्त किया।
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा, “एक सच्चे मित्र की पहचान कठिन समय में होती है। भारत और नामीबिया अपने स्वतंत्रता संग्राम से ही एक-दूसरे के साथ रहे हैं। हमारी मित्रता राजनीति से नहीं, बल्कि संघर्ष, सहयोग और आपसी विश्वास से निर्मित हुई है।”
उन्होंने आगे कहा, “नामीबिया विश्व के प्रमुख हीरा उत्पादकों में से है, जबकि भारत, विशेषकर गुजरात में, विश्व की सबसे बड़ी हीरा पॉलिशिंग उद्योग स्थित है। भविष्य में हमारी साझेदारी भी इन्हीं हीरों की तरह उज्ज्वल रहेगी।”
यह सम्मान भारत-नामीबिया द्विपक्षीय संबंधों में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है और दोनों देशों के युवाओं के लिए इस विशेष साझेदारी को उच्च स्तर पर ले जाने हेतु प्रेरणास्रोत के रूप में कार्य करेगा।
प्रधानमंत्री मोदी अब पांच देशों – घाना, त्रिनिदाद एंड टोबैगो, अर्जेंटीना, ब्राजील और नामीबिया की सफल राजकीय यात्रा के उपरांत गुरुवार को भारत लौट आए हैं। इस यात्रा के माध्यम से भारत ने इन देशों के साथ अपने संबंधों को नए आयाम प्रदान किए हैं।