उत्तराखंड में, बद्रीनाथ धाम के कपाट आज दोपहर बाद तीन बजकर 35 मिनट पर वैदिक मंत्रोच्चार के साथ बंद हो जाएंगे। सर्दी के मौसम से पहले बद्रीनाथ मंदिर को भव्य रूप से फूलों से सजाया गया। धाम को बंद करने की वार्षिक रस्म में शामिल होने के लिए बडी संख्या में श्रद्धालु यहां पहुंचे हैं। इस वर्ष 17 लाख 80 से अधिक श्रद्धालुओं ने ब्रदीनाथ धाम के दर्शन किए।
कपाट बंद होने के साथ ही चारधाम यात्रा भी आज ही संपन्न हो जाएगी। केदारनाथ, गंगोत्री और यमनोत्री के कपाट सर्दी के मौसम में पहले ही बंद कर दिये गये हैं। बद्री-केदार मंदिर समिति के अनुसार इस वर्ष 44 लाख से अधिक तीर्थयात्रियों ने चारधाम यात्रा की।
कपाट बंद होने में कम ही समय बचा था, बावजूद इसके हिंदुओं की आस्था का प्रमुख केंद्र और चार धामों में एक भगवान विष्णु के पावन धाम बदरीनाथ में कार्तिक माह में रौनक रही थी। देश के कोने-कोने से श्रद्धालु भगवान बद्री विशाल के धाम में पहुंचकर कार्तिक स्नान के अवसर पर आए थे। दरअसल बद्रीनाथ धाम में कार्तिक माह में स्नान ध्यान दीपदान और खिचड़ी का विशेष महत्व है।