भारत ने बांग्लादेश में हिंदू समुदाय के प्रमुख नेता भाबेश चंद्र रॉय की क्रूर हत्या की गंभीर निंदा की है। विदेश मंत्रालय ने इस घटना को अंतरिम सरकार के तहत अल्पसंख्यकों के व्यवस्थित उत्पीड़न का एक चिंताजनक उदाहरण बताया।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने एक आधिकारिक बयान में कहा कि यह घटना बांग्लादेश में धार्मिक अल्पसंख्यकों के विरुद्ध लगातार चल रही हिंसा का एक स्पष्ट संकेत है। उन्होंने जोर देकर कहा कि अंतरिम सरकार को बिना किसी भेदभाव के सभी नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए।
घटनाक्रम के अनुसार, रॉय को गुरुवार शाम दिनाजपुर जिले में उनके निवास से चार अज्ञात व्यक्तियों द्वारा अगवा किया गया। पुलिस और परिवार के बयान के अनुसार, उन्हें शाम 4:30 बजे एक फोन आया, जिसके बाद मोटरसाइकिल पर आए अज्ञात लोगों ने उन्हें जबरन नाराबारी गांव ले जाकर मारपीट की। उन्हें दिनाजपुर के अस्पताल में मृत घोषित कर दिया गया।
भारत में विपक्षी दल भी इस घटना से व्यथित हैं। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने बांग्लादेश में धार्मिक अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचारों की ओर ध्यान आकर्षित किया। उन्होंने इस घटना को भारत-बांग्लादेश संबंधों के लिए चिंताजनक बताया और शांति तथा सद्भाव का आह्वान किया।
यह घटना बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा और संरक्षण पर गंभीर सवाल उठाती है।