भारतीय उच्चायोग ने बांग्लादेश सरकार को औपचारिक पत्र प्रेषित कर माइलस्टोन स्कूल दुर्घटना में घायल व्यक्तियों के लिए भारत में आवश्यक चिकित्सा सहायता उपलब्ध कराने का प्रस्ताव दिया है। उच्चायोग ने स्पष्ट किया है कि घायलों के उपचार हेतु सभी आवश्यक सुविधाएं एवं समर्थन भारत की ओर से सुनिश्चित किया जाएगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को इस दुर्घटना पर संवेदना व्यक्त करते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा, “ढाका में हुए विमान हादसे में कई लोगों, विशेषकर छात्रों की मृत्यु और घायल होने की सूचना से अत्यंत दुःखित हूं। हम शोकाकुल परिवारों के साथ हैं और घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना करते हैं। भारत इस कठिन समय में बांग्लादेश के साथ खड़ा है और हर संभव सहायता प्रदान करने को तत्पर है।”
इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) द्वारा मंगलवार को जारी अद्यतन जानकारी के अनुसार, इस दुर्घटना में मृतकों की संख्या बढ़कर 27 हो गई है, जिसमें 25 विद्यार्थी (अनेक 12 वर्ष से कम आयु के), एक विमान पायलट तथा एक शिक्षिका सम्मिलित हैं। लगभग 78 लोगों का विभिन्न अस्पतालों में उपचार जारी है, जिनमें पाँच की स्थिति गंभीर बनी हुई है। 20 मृतकों के शव परिजनों को सौंपे जा चुके हैं, जबकि 6 शवों की अभी तक पहचान नहीं हो पाई है, जिनके डीएनए नमूने संग्रहित किए गए हैं।
उल्लेखनीय है कि सोमवार को वायुसेना का एफ-7 बीजीआई प्रशिक्षण विमान स्थानीय समयानुसार 13:06 बजे उड़ान भरने के लगभग 24 मिनट पश्चात ढाका के उत्तरा क्षेत्र में स्थित माइलस्टोन स्कूल एंड कॉलेज की इमारत से टकरा गया था।