हरियाणा के झज्जर जिले में गुरुवार प्रातः 9:04 बजे 4.4 तीव्रता का भूकंप दर्ज किया गया। नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी (NCS) के अनुसार, भूकंप का केंद्र 10 किलोमीटर की गहराई पर स्थित था। यह झटके दिल्ली, नोएडा, गुरुग्राम, फरीदाबाद सहित निकटवर्ती क्षेत्रों में भी अनुभव किए गए, जिससे नागरिकों में आशंका उत्पन्न हुई।
NCS ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल पर सूचित किया: “10/07/2025 को समय: 09:04:50 IST पर 4.4 की तीव्रता वाला भूकंप आया जिसका अक्षांशीय विस्तार: 28.63 N और देशांतरीय: 76.68 E रहा, जबकि भूकम्प का केंद्र हरियाणा के झज्जर जिले में 10 किमी गहराई पर रहा।”
उल्लेखनीय है कि इससे पूर्व 17 फरवरी 2024 को भी दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में प्रातः 5:36 बजे 4.0 तीव्रता का भूकंप आया था। उस भूकंप का केंद्र केवल 5 किलोमीटर की गहराई पर दिल्ली से 9 किलोमीटर पूर्व में स्थित था, जिसके कारण भी नागरिक सुरक्षा हेतु अपने आवासों से बाहर निकल आए थे।
महत्वपूर्ण तथ्य यह है कि दिल्ली भूकंपीय दृष्टि से संवेदनशील क्षेत्र में स्थित है और इसे सिस्मिक जोन IV के अंतर्गत वर्गीकृत किया गया है, जिसे “उच्च क्षति जोखिम क्षेत्र” (High Damage Risk Zone) के रूप में भी जाना जाता है। इसका तात्पर्य है कि इस क्षेत्र में मध्यम से उच्च तीव्रता के भूकंप आने की संभावना सदैव विद्यमान रहती है।
दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अनुसार, इस क्षेत्र में भूकंपीय जोखिम का खतरा निरंतर बना रहता है, जिसके कारण आपदा प्रबंधन तंत्र को सतर्क रहने की आवश्यकता है।