महाराष्ट्र के आतंकरोधी दस्ते- ए.टी.एस. ने कहा कि सचिन वाजे मनसुख हिरेन की कथित हत्या के मामले में मुख्य आरोपी है। वह सिम कार्ड और मोबाइल फोन जैसे महत्वपूर्ण साक्ष्य नष्ट करने का जिम्मेदार भी है। उसने अपने निवास, कार्यालय, कुछ गोदामों और व्यापारिक प्रतिष्ठानों के सी.सी.टी. फुटेज भी नष्ट किये हैं।कल दोपहर मुंबई में संवाददाता सम्मेलन में महाराष्ट्र ए.टी.एस. प्रमुख जय जीत सिंह ने कहा कि जांच से पता चला है कि मनसुख हिरेन की कथित हत्या के मामले में भूमिका के बारे में पूछताछ के लिए बर्खास्त पुलिस अधिकारी सचिन वाजे को हिरासत में लेने का प्रयास किया जायेगा।
श्री सिंह ने पुष्टि की कि अब तक एकत्र किये गये प्रमाण से पता चला है कि पैरोल पर जेल से बाहर विनायक शिंदे ने मनसुख को मिलने के लिए फोन किया था, जहां वह मारा गया। उन्होंने बताया कि बुकी नरेश धरे ने गुजरात से 14 सिम कार्ड खरीदे थे, जिनमें से कुछ सिम इस अपराध में इस्तेमाल किये गये।
सचिन वाजे 25 मार्च तक एन.आई.ए. की हिरासत में है। हिरेन हत्या मामला 20 मार्च को एन.आई.ए. को सौंपा गया था लेकिन ए.टी.एस. अब भी इस मामले की जांच कर रही है।
इस बीच, ए.टी.एस. ने इस हत्या के मामले के संबंध में दमन से एक वॉलवो कार जब्त की। यह कार ठाणे में ए.टी.एस. कार्यालय लाई गई जहां फारेंसिक टीम इसकी जांच कर रही है। कार के मालिक का पता नहीं चला है, लेकिन ए.टी.एस. को संदेह है कि वाजे और उसकी टीम ने ठाणे में मनसुख हिरेन के शव को फेंकने के लिए इसी कार का इस्तेमाल किया था।