रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने स्पष्ट किया कि आतंकवाद का संचालन अब लाभकारी नहीं रहा है। दिल्ली में सीआईआई की बैठक को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ी है।
उन्होंने POK के विषय पर अपना दृष्टिकोण रखते हुए कहा, “पाक अधिकृत कश्मीर के लोग हमारे अपने हैं, हमारे परिवार का हिस्सा हैं।” उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि वे लोग जो वर्तमान में भारत से अलग हैं, अपनी स्वेच्छा से कभी भारत की मुख्यधारा में लौटेंगे।
ऑपरेशन सिंदूर का उल्लेख करते हुए रक्षा मंत्री ने बताया कि भारतीय सेना ने आतंकी ठिकानों और सैन्य अड्डों पर प्रभावी कार्रवाई की। उन्होंने कहा, “हम और भी बहुत कुछ कर सकते थे, परंतु शक्ति और संयम का उत्तम उदाहरण प्रस्तुत किया।”
राजनाथ सिंह ने मेक इन इंडिया अभियान की सफलता पर प्रकाश डाला, जिसने ऑपरेशन सिंदूर में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने कहा कि यह भारत की सुरक्षा और समृद्धि दोनों के लिए आवश्यक है। भारत अब विश्व की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है और जल्द ही तीसरे स्थान पर पहुंचने की ओर अग्रसर है।
रक्षा मंत्री ने हाल ही में मंजूर किए गए 5वीं जनरेशन के फाइटर एयरक्राफ्ट ‘ऐमका प्रोजेक्ट’ का भी उल्लेख किया, जिसमें पहली बार निजी क्षेत्र को भी भागीदारी का अवसर मिलेगा।
उन्होंने बताया कि आज देश में 16,000 से अधिक एमएसएमई रक्षा क्षेत्र से जुड़े हैं, जो रोजगार सृजन में महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं। भारत का रक्षा निर्यात अब 23,500 करोड़ रुपए तक पहुंच गया है, जबकि रक्षा उत्पादन 1,46,000 करोड़ रुपए के रिकॉर्ड स्तर पर है।