श्रीलंका के पूर्व राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे कल रात बैंकॉक से कोलम्बो पहुंचे। श्रीलंका सरकार के कई मंत्रियों ने हवाई अड़डे पर राजपक्षे का स्वागत किया जिसके बाद वो कड़ी सुरक्षा के बीच पूर्व राष्ट्रपति के रूप में आवंटित सरकारी आवास में पहुंच गए।
श्रीलंका में अब-तक के सबसे बुरे आर्थिक संकट से गुस्साये सरकार विरोधी प्रदर्शनकारियों ने उनके आधिकारिक आवास पर धावा बोल दिया था जिसके बाद गोटाबाया देश छोड़कर चले गए थे। वे वायुसेना के विमान से मालदीव गए और वहां से सिंगापुर चले गए। सिंगापुर से ही उन्होंने आधिकारिक रूप से इस्तीफा दिया। बाद में वे अस्थाई शरण के लिए थाईलैंड चले गए थे।
राजपक्षे त्यागपत्र के बाद कार्यवाहक राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे नवम्बर 2024 तक की शेष अवधि के लिए राष्ट्रपति चुने गए थे। श्रीलंका 1948 में अपनी स्वतंत्रता के बाद से अब तक के सबसे बुरे आर्थिक संकट से गुजर रहा है जो विदेशी मुद्रा भंडार में बेतहाशा कमी के कारण शुरू हुआ था।मानवीय आधार पर तीन अरब 80 करोड़ डॉलर से ज्यादा की भारतीय मदद के बाद श्रीलंका ने इस संकट का प्रबंधन किया है।