वित्तीय कार्रवाई कार्य बल (एफएटीएफ) ने पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले की आधिकारिक रूप से निंदा की है। संगठन ने अपने विश्लेषण में स्पष्ट किया है कि इस प्रकार का हमला वित्तीय सहायता के अभाव में संचालित नहीं किया जा सकता था। एफएटीएफ के अनुसार, पहलगाम हमला और अन्य समान घटनाएँ आतंकवादी समर्थकों के मध्य वित्तीय लेन-देन के बिना संभव नहीं हैं।
एफएटीएफ ने आतंकवादी गतिविधियों के वित्तपोषण के विरुद्ध कड़े उपाय अपनाते हुए अपने वैश्विक नेटवर्क के अंतर्गत 200 से अधिक क्षेत्राधिकारों को समर्थन प्रदान किया है। संगठन शीघ्र ही अपने वैश्विक नेटवर्क द्वारा प्रदत्त आंकड़ों के आधार पर आतंकवादी संगठनों के वित्तपोषण पर एक व्यापक विश्लेषणात्मक प्रतिवेदन प्रकाशित करेगा।
एफएटीएफ की अध्यक्ष एलिसा डी एंडा माद्राजो ने हाल ही में इस तथ्य पर बल दिया कि कोई भी व्यावसायिक इकाई, प्राधिकरण अथवा राष्ट्र एकल रूप से आतंकवाद की चुनौती का समाधान नहीं कर सकता। उन्होंने वैश्विक आतंकवाद के विरुद्ध अंतरराष्ट्रीय एकता की आवश्यकता पर जोर दिया।
उल्लेखनीय है कि पिछले दशक में यह केवल तृतीय अवसर है जब एफएटीएफ ने किसी आतंकवादी हमले की निंदा की है। इस बार विशेष महत्व यह है कि एफएटीएफ ने प्रथम बार “राज्य प्रायोजित आतंकवाद” को वित्तपोषण के स्रोत के रूप में मान्यता दी है। यह कदम अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद निरोधक प्रयासों में एक महत्वपूर्ण विकास माना जा रहा है।
वित्तीय कार्रवाई कार्य बल का यह दृष्टिकोण आतंकवादी गतिविधियों के वित्तपोषण के विरुद्ध वैश्विक प्रयासों को सुदृढ़ करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जिससे भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने में सहायता मिल सकती है।