अमरीका ने भारत को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में स्थायी सीट के लिए समर्थन दिया है साथ ही सुरक्षा परिषद में सुधार के लिए चर्चा का भी समर्थन किया है। संयुक्त राष्ट्र में अमरीका की स्थायी प्रतिनिधि लिंडा थॉमस-ग्रीनफील्ड ने कल कहा कि अमरीका, महासभा वोट के लिए एक प्रस्ताव का मसौदा तैयार करने और अन्य देशों के साथ संभावित रूप से संयुक्त राष्ट्र चार्टर में संशोधन करने के लिए तैयार है।
अमरीका ने भारत, जापान और जर्मनी को सुरक्षा परिषद में स्थायी सीटों के लिए समर्थन किया है। सुधार प्रक्रिया को कुछ देशों ने अपनाने से नकार दिया है। अमेरिका द्वारा इसका समर्थन करने से प्रगति की नई उम्मीद बनी है।
विशेषज्ञों का मानना है कि अगर भारत के पास वीटो पॉवर होगी तो काफी हद तक ना केवल पाकिस्तान की आतंकवादी गतिविधियों बल्कि चीन से उसे मिलने वाले सहयोग पर अड़ंगेबाजी लगेगी. चीन और पाकिस्तान को हमेशा ये आशंका सताती रहती है कि अगर भारत यूएनएससी में स्थायी सीट पा गया तो कभी भी सुरक्षा परिषद के स्थायी सदस्यों की मीटिंग बुला सकता है बल्कि इस मामले पर प्रस्ताव भी ला सकता है. जिसे मानना सभी देशों के लिए एक बाध्यता होगी. गौरतलब है कि जब भी भारत को स्थायी सीट का मामला आगे बढ़ता है तो इसी में अंडगेबाजी चीन की ओर से लगा दी जाती है.