अभिनेता प्रकाश राज ने भी ‘सनातन धर्म’ को खत्म करने की बात कही है। हाल ही में एक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने सनातन की तुलना बीमारियों से की। हालांकि, यह पहली बार नहीं है। इससे पहले भी वह धर्म को ‘तनातन’ कहने के चलते विवादों में आ चुके हैं। चंद्रयान-3 की लैंडिंग से पहले भी उन्होंने ISRO के मिशन पर सवाल उठा दिए थे, जिसे लेकर उनके खिलाफ शिकायत दर्ज हो गई थी।
प्रकाश राज का कहना है कि श्रीराम के जुलूस में 18 साल के युवाओं के हाथों में चाकू और तलवार देखकर दुख हुआ। कलबुर्गी में आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि यह सोचकर आश्चर्य होता है कि उनका ब्रेनवॉश किसने किया होगा। अभिनेता ने कहा, ‘क्या 8 साल के बच्चे को धर्म से जोड़ना सनातन नहीं है? यह डेंगू बुखार जैसा है, जिसे खत्म किया जना जरूरी है। हम किस देश में जी रहे हैं? बीआर आंबेडकर के चलते छुआछूत गलत हो गई, लेकिन लोगों की मानसिकता नहीं जा रही।’
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे और राज्य सरकार में मंत्री उदयनिधि ने भी सनातन धर्म को ‘खत्म’ करने की बात कही थी, जिसके बाद विवाद खड़ा हो गया था। इसके बाद कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और कर्नाटक सरकार में मंत्री प्रियांक ने भी सनातन धर्म को बीमारी की तरह बताया था।