असम में ईसाई आदिवासी परिवारों के 142 सदस्यों ने हिंदू धर्म में वापसी कर ली है। एक कार्यक्रम में यज्ञ सहित विभिन्न धार्मिक अनुष्ठानों के बाद यह लोग फिर पारंपरिक धर्म में वापस आ गए।
इस संबंध में गोबा देवराजा राज परिषद के महासचिव जुरसिंह बोरदलोई ने बताया कि परिषद के ‘घर वापसी’ कार्यक्रम में 142 आदिवासी समुदायों के लोग स्वेच्छा से पारंपरिक धर्म में लौट आए। बोरदलोई ने कहा कि तिवा जनजाति के लगभग 1,100 परिवार के सदस्य, जो पहले ईसाई धर्म में परिवर्तित हो गए थे, ने सनातन धर्म में लौटने का फैसला किया है।
उन्होंने यह भी कहा कि उन सभी ईसाईयों ने उनकी संस्था गोबा देवराजा राज परिषद से संपर्क कर स्वेच्छा से सनातन धर्म अपना लिया है। उन्होंने सनातन और हिंदू धर्म में हमेशा आस्था और विश्वास रखने का वादा किया है। बोरदलोई ने यह भी कहा कि उन्होंने अपनी ईसाई पहचान को त्याग दिया और आज से हिंदू तिवा संस्कृति और परंपरा को अपना लिया है।