भारत और ब्राजील ने छह महत्वपूर्ण समझौतों पर हस्ताक्षर किए हैं, जिनमें आतंकवाद निरोध, नवीकरणीय ऊर्जा, डिजिटल समाधान, बौद्धिक संपदा, कृषि अनुसंधान और गोपनीय सूचना सुरक्षा शामिल हैं। ये समझौते दोनों देशों के बीच रणनीतिक सहयोग को गति प्रदान करेंगे।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और ब्राजील के राष्ट्रपति लूला दा सिल्वा के मध्य हुई द्विपक्षीय वार्ता में अगले पांच वर्षों में द्विपक्षीय व्यापार को 20 अरब डॉलर तक पहुंचाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। बैठक में व्यापार, रक्षा, स्वास्थ्य, अंतरिक्ष, नवीकरणीय ऊर्जा और डिजिटल अवसंरचना सहित विविध क्षेत्रों में सहयोग विस्तार पर विस्तृत चर्चा हुई।
दोनों नेताओं ने आतंकवाद के विरुद्ध “शून्य सहनशीलता और शून्य दोहरे मापदंड” की नीति पर सहमति व्यक्त की। साथ ही, महत्वपूर्ण खनिजों, उभरती तकनीकों, कृत्रिम बुद्धिमत्ता और सुपरकंप्यूटिंग में नवीन सहयोग अवसरों पर भी बल दिया गया।
राष्ट्रपति लूला द्वारा प्रधानमंत्री मोदी को ब्राजील के सर्वोच्च राष्ट्रीय सम्मान ‘ग्रैंड कॉलर ऑफ द नेशनल ऑर्डर ऑफ द साउदर्न क्रॉस’ से सम्मानित किया गया। अपने संबोधन में, प्रधानमंत्री मोदी ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद ब्राजील द्वारा प्रदर्शित एकजुटता के लिए आभार व्यक्त किया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत-ब्राजील साझेदारी वैश्विक स्थिरता का एक महत्वपूर्ण स्तंभ है और दोनों देश इस बात पर सहमत हैं कि विवादों का समाधान संवाद और कूटनीति के माध्यम से होना चाहिए। उन्होंने यह भी रेखांकित किया कि दोनों देशों का सहयोग न केवल ग्लोबल साउथ बल्कि संपूर्ण मानवता के लिए प्रासंगिक है।
सम्मान स्वीकार करते हुए, प्रधानमंत्री मोदी ने 140 करोड़ भारतीयों की ओर से आभार व्यक्त किया और राष्ट्रपति लूला को भारत यात्रा का निमंत्रण दिया। उन्होंने पुर्तगाली भाषा में “मुईतो ओब्रीगादो” (बहुत धन्यवाद) कहकर अपनी कृतज्ञता व्यक्त की।