2030 तक व्यापार दोगुना करने का लक्ष्य, भारत-कतर ने किए अहम समझौते

भारत और कतर के बीच द्विपक्षीय संबंधों में नई मजबूती का प्रादुर्भाव हुआ है। कतर के अमीर, महामहिम शेख तमीम बिन हमद अल थानी के हालिया भारत दौरे पर दोनों राष्ट्रों ने व्यापार, निवेश, ऊर्जा, और सांस्कृतिक सहयोग के विस्तार हेतु अनेक महत्वपूर्ण समझौतों पर हस्ताक्षर किए। कतर ने भारत में 10 अरब अमरीकी डॉलर (लगभग 83,000 करोड़ रुपये) के निवेश की घोषणा की है, जिसका मुख्य केंद्र बुनियादी ढांचे, प्रौद्योगिकी और विनिर्माण क्षेत्र होंगे। भारत और कतर का लक्ष्य 2030 तक अपने द्विपक्षीय व्यापार को दोगुना करना है और वे एक संभावित मुक्त व्यापार समझौते (FTA) पर विचार कर रहे हैं।

इसी संदर्भ में, भारत की डिजिटल पेमेंट प्रणाली UPI की कतर में शुरुआत भी की जाएगी, जिसे कतर नेशनल बैंक (QNB) के पॉइंट ऑफ सेल (POS) सिस्टम पर लागू किया जाना है। इससे भारतीय पर्यटकों और व्यवसायों को भुगतान में सुविधा प्रदान होगी। अधिकतर, कतर नेशनल बैंक भारत में अपनी उपस्थिति बढ़ाने के लिए गुजरात इंटरनेशनल फाइनेंस टेक-सिटी (GIFT सिटी) में नया कार्यालय खोलने जा रहा है।

ऊर्जा क्षेत्र में, भारत और कतर ने तेल और गैस व्यापार में निवेश को गहरा करने का निश्चय किया है, जिससे भारत की ऊर्जा सुरक्षा को मजबूती मिलेगी। साथ ही, कतर के नागरिकों के लिए ई-वीजा सुविधा का विस्तार करने का निर्णय लिया गया है।

सांस्कृतिक और खेल क्षेत्र में मित्रता को बढ़ाने के लिए, दोनों देशों ने ‘संस्कृति, मित्रता और खेल वर्ष’ का आयोजन करने का निर्णय लिया है, जिसमें सांस्कृतिक आदान-प्रदान और खेल आयोजनों को बढ़ावा मिलेगा, जिससे युवाओं को विशेष लाभ होगा।

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