प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को आंध्र प्रदेश में नीति आयोग की ताजा रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि हमारी सरकार के पिछले 9 वर्षों के दौरान करीब 25 करोड़ लोग गरीबी से बाहर निकले हैं। पीएम मोदी ने कहा, “जिस देश में दशकों तक गरीबी हटाओ के नारे दिए जाते रहे, उस देश में सिर्फ 9 वर्ष में 25 करोड़ लोगों का गरीबी से बाहर निकलना ऐतिहासिक है।”
पीएम मोदी ने एनएसीआईएन की भूमिका को रेखांकित करते हुए कहा कि एनएसीआईएन का रोल देश को एक आधुनिक पारिस्थितिकी तंत्र देने का है। एक ऐसा पारिस्थितिकी तंत्र जो देश में व्यापार-कारोबार को आसान बना सके। भारत को वैश्विक व्यापार का अहम सहयोगी बनाने के लिए फ्रेंडली माहौल बना सके। टैक्स, कस्टम, नारकोटिक्स, जैसे विषयों के माध्यम से देश में ईज ऑफ डूइंग बिजनेस को प्रमोट करे और गलत प्रैक्टिस से सख्ती के साथ निपटे।
पीएम ने कहा कि केंद्र सरकार ने पिछले 10 वर्षों में कर प्रणाली में बहुत बड़े सुधार किए, जिसके परिणामस्वरूप रिकॉर्ड कर संग्रह हुआ है। उन्होंने कहा, “पहले देश में भांति-भांति की टैक्स व्यवस्थाएं थीं, जो सामान्य नागरिक को जल्दी समझ में नहीं आती थीं। पारदर्शिता के अभाव में ईमानदार करदाता को, व्यापार से जुड़े लोगों को परेशान किया जाता था। हमने जीएसटी के रूप में देश को एक आधुनिक व्यवस्था दी।” उन्होंने आगे कहा, “सरकार ने आयकर प्रणाली को भी आसान बनाया। हमने देश में फेसलेस कर निर्धारण प्रणाली को शुरू किया। इन सारे सुधारों के कारण आज देश में रिकॉर्ड कर संग्रह हो रहा है।”