भारतीय कुश्ती संघ में चल रहे विवादों का खमियाजा फेडरेशन को भुगतना पड़ा है। यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग ने रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (डब्ल्यूएफआई) की मेम्बरशिप को निलंबित कर दिया है। फेडरेशन की ओर से आवश्यक चुनाव समय पर नहीं करवाए गए हैं जिसकी वजह से यह फैसला लिया गया है।
इसका खमियाजा भारतीय पहलवानों को उठाना होगा. अब भारतीय पहलवान यह स्थगन समाप्त होने तक तिरंगे के तले नहीं खेल पाएंगे। उन्हें अब 16 सितंबर से शुरू हो वर्ल्ड चैंपियनशिप के ‘न्यूट्रल एथलीट्स’ के तौर पर उतरना होगा। इस टूर्नमेंट से ओलिंपिक क्वॉलिफिकेशन जुड़ा हुआ है। न ही भारतीय पहलवानों की जीत पर राष्ट्रगान बजेगा।
WFI कई विवादों से गुजर रही है। इस वजह से उसके चुनाव लगातार टाले जाते रहे हैं। यह फेडरेशन भारत में कुश्ती की गवर्निंग बॉडी है। इसके चुनाव जून 2023 में होने थे। हालांकि भारतीय पहलवानों के लगातार विरोध प्रदर्शन और राज्य ईकाइयों द्वारा लगातार कानूनी याचिकाएं दायर करने के चलते इन्हें लगातार टाला जाता रहा।