गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि साल 2014 में मोदी सरकार आने के बाद से असम में हिंसा की घटनाओं में 87 प्रतिशत तथा मृत्यु और अपहरण के मामलों में 90 प्रतिशत की कमी आयी है। उन्होंने . बातें कल केंद्र, असम सरकार और यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट ऑफ असम (उल्फा) के बीच नई दिल्ली में हुए ऐतिहासिक त्रिपक्षीय शांति समझौते पर हस्ताक्षर के दौरान कहीं।
शाह ने कहा कि गृह मंत्रालय एक समयबद्ध कार्यक्रम तैयार करेगा, ताकि उल्फा की मांगे पूरी की जा सकें। इसके अलावा उन पर निगरानी के लिए एक समिति का भी गठन करेगा। गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि उल्फा के संघर्ष के दौरान दोनों ओर से करीब दस हजार लोगों की जाने गईं, जो इस देश के नागरिक थे। लेकिन अब इस समस्या का पूरी तरह समाधान कर दिया गया है।
शाह ने कहा कि समझौते के प्रत्येक खंड को पूरी तरह से लागू किया जाएगा। उन्होंने कहा कि अब असम में हिंसा की घटनाओं में 87 प्रतिशत, मौत के मामलों में 90 प्रतिशत और अपहरण की घटनाओं में 84 प्रतिशत की कमी आई है। मुख्यमंत्री शर्मा ने समझौते को “ऐतिहासिक” बताया और कहा कि यह समझौता प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृह मंत्री शाह के मार्गदर्शन और नेतृत्व के कारण संभव हो सका है।