लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुटे इंडिया गठबंधन के लिए टीएमसी की तरफ से अच्छी खबर नहीं है। कांग्रेस ने राज्यवार अलग अलग दलों से सीटों के बंटवारे को लेकर बात करने के लिए समिति गठित की है, जिससे टीएमसी ने बात करने से इनकार कर दिया है। टीएमसी ने कहा कि हम कांग्रेस को अपना रुख पहले ही बता चुके हैं।
टीएमसी लोकसभा चुनाव के लिए सीट बंटवारे पर कांग्रेस की राष्ट्रीय गठबंधन समिति के साथ किसी भी बैठक में अपने प्रतिनिधियों को नहीं भेजेगी। टीएमसी से जुड़े सूत्रों ने बताया कि कांग्रेस ने ऐसी बैठक के लिए पार्टी नेताओं से संपर्क किया था, लेकिन उन्हें बताया गया कि वे बातचीत के लिए किसी प्रतिनिधि को भेजने के इच्छुक नहीं हैं।
तृणमूल के एक नेता ने कहा, “कांग्रेस नेतृत्व को बंगाल में जमीनी हकीकत को स्वीकार करना चाहिए। वे राज्य में कमजोर हैं’’ उन्होंने कहा, ‘‘हम पश्चिम बंगाल में लड़ाई का नेतृत्व करने के लिए तैयार हैं, हम ‘इंडिया’ गठबंधन के प्रति और भाजपा को हराने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हमारी ओर से अपने रुख के बारे में आंकड़ों के साथ अवगत कराया गया है।
इसलिए किसी को दिल्ली में दोबारा चर्चा करने की कोई आवश्यकता नहीं है.’’ वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में टीएमसी ने पश्चिम बंगाल में 22 सीटें जीती थीं और कांग्रेस को दो सीटें हासिल हुई थीं। भाजपा ने 18 सीटें जीती थी।