नई दिल्ली में एक युवा पुरुष रोगी की पहचान एमपॉक्स के एक संदिग्ध मामले के रूप में की गई है। इस मरीज ने हाल ही में एमपॉक्स (मंकीपॉक्स) के प्रकोप वाले देश से यात्रा की थी। मरीज को एक निर्दिष्ट अस्पताल में अलग कर दिया गया है और वर्तमान में उसकी हालत स्थिर है।
भारत में एक मंकीपॉक्स के संदिग्ध मरीज को आइसोलेट किया गया है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा एमपॉक्स की मौजूदगी की पुष्टि के लिए मरीज के नमूनों का परीक्षण किया जा रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार इस मंकीपॉक्स का एक संदिग्ध मरीज को दिल्ली में लोक नायक अस्पताल में मंकीपॉक्स भर्ती किया गया है। दिल्ली के लोक नायक अस्पताल में मंकी पॉक्स के मरीजों के लिए डिजास्टर वार्ड में लगभग 20 बेड आरक्षित किए गए हैं। सरकार के द्वारा दिल्ली में एम्स सफदरजंग और आरएमएल अस्पताल में भी मंकीपॉक्स मरीजों के लिए विशेष वार्ड बनाया गया है।
बता दें कि एमपॉक्स संक्रमण आम तौर पर स्व-सीमित होता है, जो दो से चार सप्ताह के बीच रहता है, और इसके मरीज आमतौर पर सहायक चिकित्सा देखभाल और प्रबंधन से ठीक हो जाते हैं। एमपॉक्स का संचरण संक्रमित रोगी के साथ लंबे समय तक और निकट संपर्क से होता है।