अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने घोषणा की है कि उनका प्रशासन माह के अंत तक फार्मास्युटिकल्स आयात पर शुल्क आरोपित करना प्रारंभ कर सकता है। उन्होंने स्पष्ट किया कि सेमीकंडक्टर्स पर भी इसी प्रकार की समयसीमा में शुल्क लगाए जाने की संभावना है।
‘योनहाप समाचार एजेंसी’ के अनुसार, ट्रंप प्रशासन फार्मास्युटिकल्स पर टैरिफ को चरणबद्ध पद्धति से लागू करेगा। पिट्सबर्ग में एक कार्यक्रम के पश्चात मीडिया से वार्तालाप में राष्ट्रपति ने कहा, “हम अगले माह से अल्प टैरिफ से प्रारंभ करेंगे और फार्मास्युटिकल कंपनियों को उत्पादन हेतु लगभग एक वर्ष का समय प्रदान करेंगे। तत्पश्चात हम उच्च टैरिफ आरोपित करेंगे।”
उन्होंने यह भी बताया कि सेमीकंडक्टर्स पर शुल्क लगाने की प्रक्रिया समान होगी, जिसे वे “कम जटिल” मानते हैं। वाणिज्य सचिव हॉवर्ड लुटनिक के अनुसार, प्रशासन इस माह के अंत तक सेमीकंडक्टर और फार्मास्युटिकल्स आयात की राष्ट्रीय सुरक्षा जांच संपन्न कर लेगा।
यह जांच अप्रैल में 1962 के ‘ट्रेड एक्सपेंशन एक्ट’ की धारा 232 के अंतर्गत प्रारंभ की गई थी। इस प्रावधान के तहत, राष्ट्रपति को उन आयातों को नियंत्रित करने का अधिकार प्राप्त है जिन्हें राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा माना जाता है।
एक कैबिनेट बैठक में ट्रंप ने कॉपर पर 50 प्रतिशत शुल्क लगाने की भी योजना की घोषणा की थी। उनका मानना है कि कंपनियों को अमेरिका में उत्पादन इकाइयां स्थापित करने के लिए एक वर्ष का समय देने के पश्चात, फार्मास्युटिकल्स पर 200 प्रतिशत तक का टैरिफ लगाया जा सकता है। ट्रंप का तर्क है कि विदेशी आयातों की अत्यधिक मात्रा अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए जोखिम उत्पन्न कर रही है।