राज्यों की मांग पर रेल विभाग देशभर में तीन लाख कोविड पृथकवास बिस्तर उपलब्ध करा सकता है। रेलमंत्री पीयूष गोयल ने एक ट्वीट में कहा है कि दिल्ली में शकूर बस्ती रेलवे स्टेशन पर 800 बिस्तरों के साथ 50 कोविड कोच और आनंद विहार रेलवे स्टेशन पर 25 कोच उपलब्ध हैं।
इससे पहले उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक आशुतोष गंगल ने कहा कि उत्तर रेलवे ने अपने पूरे तंत्र में चार सौ 63 कोविड आइसोलेशन कोच बनाए हैं। ये कोच राज्यों को मांग पर उपलब्ध करा दिये जाएगें। उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक आशुतोष गंगल ने संवाददाताओं को बताया कि रेल विभाग ने उन राज्यों के मुख्य सचिवों को पत्र लिखा है जहां कोविड कोच लगाए जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि ये कोच कोविड प्रभावित लोगों के पृथकवास या मामूली संक्रमण पर इस्तेमाल किए जा सकते हैं उन्होंने कहा कि इनका इस्तेमाल गंभीर संकट में नहीं किया जा सकता। उन्होंने बताया कि प्रत्येक कोच में दो ऑक्सीजन सिलेंडर लगाए गए हैं। अगर इससे ज्यादा की आवश्यकता होती है तो राज्य सरकार इसका प्रबंध कर सकती है। उन्होंने बताया कि रेल विभाग इन कोचों के लिए राज्य सरकारों से कोई शुल्क नहीं लेगा।
रेल विभाग ऑक्सीजन एक्सप्रेस रेलगाडियां चला रहा है जिनसे कोविड मरीजों के लिए भारी मात्रा में और तेजी से ऑक्सीजन पहुंचाई जा सके। कोविड संक्रमण की स्थिति में रोगी के इलाज के लिए ऑक्सीजन की उपलब्धता महत्वपूर्ण तत्व है।
रेल मंत्रालय ने कहा है कि ऑक्सीजन एक्सप्रेस रेलगाडियों के तेजी से आवागमन के लिए ग्रीन कॉरिडोर बनाए जा रहे हैं। रेल विभाग तरल चिकित्सीय ऑक्सीजन और ऑक्सीजन सिलेंडर के मालवहन के लिए पूरी तरह से तैयार है। मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र सरकार ने ऑक्सीजन सिलेंडर के मालवहन के लिए रेल विभाग से संपर्क किया है।
रेल विभाग ने कहा है कि तरल चिकित्सीय ऑक्सीजन के मालवहन के लिए कल रेलवे बोर्ड के अधिकारियों, राज्य परिवहन आयुक्तों और उद्योग प्रतिनिधियों के बीच बातचीत हुई। बैठक के दौरान यह तय किया गया कि टैंकरों का प्रबंधन महाराष्ट्र के परिवहन आयुक्त करेंगे। ये खाली टैंकर मुंबई में कालाम्बोली और बाइसर रेलवे स्टेशन से लिए जाएगें और आंध्र प्रदेश में विजाग और झारखंड के जमशेदपुर तथा बोकारो और ओडिशा के राउरकेला तरल चिकित्सा ऑक्सीजन भरने के लिए भेजे जाएगें। रेल विभाग ने कहा है कि इसके तहत कल दस खाली टैंकर भेजने की योजना बनाई गई है।
रेल मंत्री पीयूष गोयल ने कहा है कि कोविड-19 के विरूद्ध संघर्ष मे रेल विभाग कोई कसर नहीं छोड़ेगा।