भगोड़े आर्थिक अपराधियों की चुनौती से निपटने के लिए मजबूत और संगठित आर्थिक सहयोग प्रणाली होनी चाहिए–जितेंद्र सिंह

प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्यमंत्री डॉक्टर जितेंद्र सिंह ने कहा है कि भगोड़े आर्थिक अपराधियों की चुनौती से निपटने के लिए मजबूत और संगठित आर्थिक सहयोग प्रणाली होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि भारत पहले ही साफ कर चुका है कि दुनिया को इस समय ऐसे भगोड़े आर्थिक अपराधियों की गंभीर चुनौती का सामना करना पड रहा है जो अपना देश छोड़कर किसी अन्य देश में भाग जाते हैं। डॉक्टर जितेंद्र सिंह भ्रष्टाचार उन्मूलन के उपायों और चुनौतियों के बारे में संयुक्त राष्ट्र महासभा के विशेष सत्र को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि भगोड़े आर्थिक अपराधियों तथा परिसंपत्तियों की वापसी के लिए अंतर्राष्ट्रीय नियमों तथा स्वदेशी कानूनी प्रणाली के अनुरूप अंतर्राष्ट्रीय सहयोग की व्यवस्था तैयार करने की जरूरत है। डॉक्टर सिंह ने कहा कि आरोपी अपराधों से अर्जित संपत्ति को छुपाने के लिए विदेशों में शरण ले लेते हैं, जहां अलग-अलग देशों में अलग-अलग कानूनी प्रणाली होने के कारण जटिलताएं पैदा हो जाती हैं। उन्होंने कहा कि इस मामले में अंतर्राष्ट्रीय सहयोग की प्रभावी व्यवस्था न होने का ऐसे भगोड़े अपराधी फायदा उठाते हैं।

डॉक्टर सिंह ने भारत की ओर से उन सभी देशों की सराहना की जो संयुक्त राष्ट्र राजनीतिक घोषणा का समर्थन करते हुए भ्रष्टाचार का मुकाबला करने के मजबूत प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि भारत किसी भी देश को हरसंभव परस्पर कानूनी सहायता प्रदान करता है और उसने अंतर्राष्ट्रीय सहयोग का दायरा बढ़ाने के लिए घरेलू कानूनों को मजबूत किया है। डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि भारत की भ्रष्टाचार को कतई बर्दाश्त नहीं करने की नीति है और सरकार, न्यूनतम सरकार, अधिकतम शासन के सिद्धांत पर काम कर रही है।

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