यूरोप में भीषण बाढ़ की तबाही में कम से कम 150 लोग मारे गए। इनमें से अधिकतर पश्चिम जर्मनी में हैं, जहां आपातकालीन सेवाएं मलबा हटाने में जुटी हैं। आपातकालीन सेवाओं का बचाव अभियान आने वाले दिनों में भी जारी रहेगा। उन्होंने बताया कि पांच और लोगों के शव बरामद किए गए, जिससे जर्मनी में बाढ़ से मृतकों की संख्या 108 तक पहुंच गई।
पड़ोसी देश बेल्जियम में बाढ़ से 20 लोग मारे गए हैं। क्षेत्र में 21 हजार से ज्यादा लोगों को बिजली की आपूर्ति नहीं हो पा रही है। बाढ़ की विभीषिका को देखते हुए बेल्जियम के प्रधानमंत्री अलेक्जेंडर डि करू ने एक दिन के राष्ट्रीय शोक की घोषणा की है।
लक्जम्बर्ग और नीदरलैंड में भी भारी वर्षा से तबाही हुई है। कई इलाके पानी में डूब गए हैं जिसके कारण हजारों लोगों को विस्थापित होना पड़ा है। जर्मन एसोशिएशन्स ऑफ टाउन्स एंड म्यूनिसीपल्टीज के अध्यक्ष गर्ड लैंड्सबर्ग ने बाढ़ से अरबों यूरो के नुकसान की आशंका जताई है।
बेल्जियम के दस प्रांतों में से चार राहत और बचाव कार्य के लिए सेना को तैनात किया गया है। स्विटजरलैंड में कल रात से भारी बरसात के बाद झीलें और नदियां उफान पर हैं। ल्यूसर्न में झील का पानी शहर में पानी भरना शुरू हो गया है।