केन्द्र सरकार कोविड रोधी टीकाकरण अभियान में गंभीर बीमारियों से ग्रस्त बच्चों को प्राथमिकता देगी। राष्ट्रीय टीकाकरण तकनीकी सलाहकार दल के अध्यक्ष डॉ. एन. के. अरोड़ा ने यह जानकारी देते हुए कहा कि स्वस्थ बच्चों का टीकाकरण बाद में किया जाएगा।
12 से 18 वर्ष तक के बच्चों के टीकाकरण पर सरकार की योजना पर बातचीत करते हुए डॉक्टर अरोडा ने बताया कि उन बच्चों की पहचान की जा रही है जो गंभीर बीमारियों से ग्रस्त हैं और जिन्हें अस्पताल में उपचार की जरूरत है। उन्होंने कहा कि कुछ दिनों में यह सूची सार्वजनिक कर दी जाएगी।
भारत के औषधि नियंत्रक ने अगस्त में व्यस्कों और 12 वर्ष से अधिक आयु के बच्चों को आपात स्थिति में जायडस केडिला की डी.एन.ए. वैक्सीन दिये जाने को मंजूरी दी थी।