3 जून को हुई कानपुर की हिंसा के बाद SIT की जांच में कई खुलासे हुए है । इसी प्रकार का एक खुलासा मुख्तार बाबा को लेकर हुआ है जिन पर कानपुर की हिंसा में फंडिंग का आरोप है। मुख्तार बाबा की बाबा बिरियानी सहित अन्य दुकानों को आज सील कर दिया गया।
कानपुर के डीएम विशाख ने बताया कि 6 रेस्टॉरेंट्स के सैंपल भरे गए थे। जिन्हें जाँच के लिए आगरा भेजा गया था। वहाँ से प्राप्त रिपोर्ट में हानिकारक खाद्य सामग्री मिलाने की बात सामने आई है। 24 जून को आगरा लैब से सभी की रिपोर्ट में सामने आया कि बिरयानी में कलर के लिए हानिकारक केमिकल मिलाया जा रहा था। जिसे फूड FSSAI ने भी बैन कर रखा है।
इसके अतिरिक्त मुख्तार बाबा पर मंदिर की जगह पर कब्जे का भी आरोप है। जिसको लेकर उनके खिलाफ तीन मुकदमे दर्ज किए गए थे। जिसमें एक राम जानकी मंदिर भी है। इसके अतिरिक्त शिव जी के मंदिर पर भी कब्जा किया गया है।