भारत ने पाकिस्तान से कहा है कि अल्पसंख्यक समूहों पर अत्याचार के दोषियों को तेजी से कानून के कटघरे में लाने के उपाय किए जाएं। ऐसी खबरें मिली हैं कि पाकिस्तान में अल्पसंख्यक समुदायों से संबंधित धार्मिक और पूजा स्थलों पर तोड़ फोड़ की गई और उन्हें अपवित्र किया गया। इनमें शामिल हैं – सिंध में गुरुद्वारा ननकाना साहिब और गुरुद्वारा श्री गुरू, लाहौर में महाराजा रणजीत सिंह की प्रतिमा, मीरपुर माथेलो में शिव मंदिर और कराची में श्री माता मंदिर तथा सिंध में संत बाबा जयराम दास समाधि आश्रम में स्वर्ण प्रतिमा की चोरी।
लोकसभा में आज लिखित उत्तर में विदेश राज्य मंत्री वी. मुरलीधरन ने कहा कि भारत ने ये सभी मामले पाकिस्तान के समक्ष उठाए हैं और पाकिस्तान को अल्पसंख्यक समुदायों की सुरक्षा तथा कल्याण और पूजा स्थलों की सुरक्षा के संरक्षण और प्रोत्साहन के लिए कदम उठाने को कहा है।
मुरलीधरन ने कहा कि भारत ने 2014 से दो हजार सात सौ से अधिक भारतीय कैदियों को पाकिस्तान की जेलों से रिहा कराया और उन्हें स्वदेश लाया गया। भारत ने पाकिस्तान की हिरासत में अन्य भारतीयों तक शीघ्र राजनयिक पहुंच और उनकी रिहाई तथा स्वदेश भेजने के लिए भी कहा है। मुरलीधरन ने कहा कि सरकार पाकिस्तान की हिरासत में मौजूद भारतीय कैदियों के मुद्दे को सर्वोच्च महत्व देती है और मछुआरों की शीघ्र रिहाई के लिए हरसंभव सहायता उपलब्ध कराई जा रही है।