पूर्ण शराबबंदी लागू कर चुके बिहार के सारण जिले में कथित रूप से जहरीली शराब पीने से जान गंवाने वाले लोगों की संख्या बृहस्पतिवार को बढ़कर 26 हो गई। सारण जिला मजिस्ट्रेट राजेश मीणा ने बताया कि बुधवार रात मृतक संख्या 21 थी, जो आज बढ़कर 26 हो गई।
सारण में संदिग्ध तरीके से मौत की यह कोई पहली घटना नहीं है। इससे पहले तीन माह पहले ही अगस्त में 23 लोगों ने यहां जहरीली शराब के सेवन से अपनी जान गंवाई थी। जिन गांवों में यह घटना हुई उसके आस-पास हुई ताबड़तोड़ छापेमारी तथा कुछ अभियुक्तों की गिरफ्तारी से यह स्पष्ट हो गया था कि सभी मौतें जहरीली शराब पीने से ही हुई है।
भाजपा के वरिष्ठ नेता और सांसद सुशील कुमार मोदी ने आरोप लगाया कि राज्य में शराबबंदी के बाद जहरीली शराब से अब तक एक हजार से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है। इस बीच, बिहार विधानसभा में इस मुद्दे को लेकर शोरशराबा हुआ। सदन की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी भाजपा ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के इस्तीफे की मांग की।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि विपक्षी पार्टी शराब बंदी में सहयोग नहीं कर रही है। उन्होंने कहा कि नकली शराब बनाने वालों को कड़ी से कड़ी सजा दी जायेगी।