भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने बुधवार को आरोप लगाया कि राजस्थान के उदयपुर में दो व्यक्तियों द्वारा एक दर्जी की कथित तौर पर गला काटकर जान लेने की घटना कोई सामान्य हत्याकांड नहीं है बल्कि एक ‘‘आतंकी हमला’’ है, राजस्थान कट्टरपंथियों का अड्डा बनता जा रहा है और देश के बाहर के आतंकी संगठनों को बढ़ावा देने के लिए राज्य की भूमि इस्तेमाल की जा रही है क्योंकि राज्य सरकार आतंकवादी और कट्टरपंथी संगठनों को प्रोत्साहन देने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है।
BJP ने कहा, ‘‘इसलिए NIA ने इसकी जांच अपने हाथ में ले ली है… ये जो गहरे कनेक्शंस हैं…लिंक्स हैं, उन सबकी गहरी तहकीकात की जाएगी कि ये क्या और कौन हैं? कौन है जो राजस्थान के अंदर सत्ता में रहकर इनको शह दे रहा है? कौन है जो इनको बढ़ावा दे रहा है? देश की सुरक्षा कायम रखने के लिए इस तरह के हर कनेक्शन के खिलाफ कार्यवाही होगी।’’
एक के बाद एक राजस्थान सरकार के जो फैसले हुए हैं वह सब तरह से तुष्टीकरण दिखाते हैं। एक संप्रदाय के प्रति नरमी और दूसरे संप्रदाय के प्रति सख्ती। कन्हैयालाल लगातार स्थानीय पुलिस से सुरक्षा मांगता रहा लेकिन उसे सुरक्षा नहीं दी गई बल्कि उसके ऊपर दबाव बनाया गया कि वह समझौता कर ले। इतना ही नहीं, सुरक्षा कन्हैयालाल को न देकर हत्यारों के भाइयों को दे दी गई।