राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोतने एक बार फिर कहा कि वह मुख्यमंत्री पद छोड़ना चाहते हैं, लेकिन यह पद उन्हें नहीं छोड़ रहा है। इसके साथ-साथ उन्होंने खुद के प्रधानमंत्री मोदी से ‘बड़ा फकीर’ होने का दावा किया। उन्होंने बिड़ला सभागार में आयोजित एक समारोह में यह भी कहा कि कांग्रेस आलाकमान जो भी फैसला करेगा, वह उन्हें मंजूर होगा। गहलोत ने गत तीन अगस्त को भी कहा था कि वह कई बार मुख्यमंत्री पद छोड़ने की सोचते हैं, लेकिन यह पद उन्हें नहीं छोड़ रहा।
मुख्यमंत्री ने सोमवार को एक बार फिर कहा, ‘मैं कई बार सोचता हूं कि मुख्यमंत्री पद छोड़ दूं, पर यह पद मुझे छोड़ नहीं रहा है.’ गहलोत ने कहा, ‘अगर मैंने यह बात (उपरोक्त) बोली तो मैंने सोच-समझकर बोली. …मन में आता है कई बार कि यह पद छोड़ दूं …क्यों आता है, वह एक रहस्य है।
लेकिन हाईकमान जो फैसला करेगा, वह मुझे मंजूर होगा. यह कहने की हिम्मत होनी चाहिए कि मैं पद छोड़ना चाहता हूं, पर यह पद मुझे नहीं छोड़ रहा है.’ पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट के साथ उनके पुराने टकराव और पिछले कुछ महीनों के दौरान कांग्रेस आलाकमान द्वारा दोनों के बीच सुलह के प्रयासों की पृष्ठभूमि में गहलोत के इस बयान को अहम माना जा रहा है । कांग्रेस नेतृत्व भी यह संकेत दे चुका है कि आगामी विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री पद का कोई चेहरा घोषित नहीं होगा। इस साल नवंबर-दिसंबर में राजस्थान विधानसभा चुनाव होना है।











