कुवैत में आग लगने से मरने वाले लोगों का सरकारी विवरण सामने आया है। कुवैत के अधिकारियों ने बताया कि 49 मृतकों में से 45 भारतीय हैं, तीन फिलीपींस के हैं। अभी तक एक शव की पहचान नहीं हुई है। भारतीयों के सभी शव देश में लाए गए हैं।
कुवैत सरकार ने घटना की तत्काल जांच और कार्रवाई का वादा किया है। मरने वालों में बिहार और उत्तर प्रदेश के लोग भी शामिल हैं। सब भारतीयों के शवों को लाने के लिए वायुसेना का विमान लगाया गया। भारतीयों की सहायता के लिए विदेश राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह भी कुवैत गए थे।
यह आग की घटना एक शार्ट सर्किट से हुई है। वहीं, 24 से अधिक गैस सिलेंडर यहां रखे हुए थे, जिससे आग और भी बढ़ गई। कई सारे ज्वलनशील पदार्थों की वजह से आग तेजी से फैल गई। ऊपरी मंजिल पर खड़े लोगों ने छत पर जाने की कोशिश की, लेकिन दरवाजा बंद हो गया, जिससे कर्मचारी आग में फंस गए। मृतकों को मुआवजा देने के लिए अब तैयारी की जा रही है।
कुवैत के उप प्रधान मंत्री शेख फहद ने कहा कि अमीर शेख मेशाल ने मृतकों के परिवारों को मुआवजा देने का आदेश दिया है, हालांकि मुआवजे की राशि का उल्लेख नहीं किया गया है। अमीर ने मृत भारतीयों के शवों को घर वापस भेजने के लिए सैन्य विमान बनाने का आदेश दिया है।