पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया-पीएफआई के मुद्दे पर शाह ने कहा कि सरकार ने इस पर सफलतापूर्वक प्रतिबंध लगा दिया है, क्योंकि इसके कारण देश में कट्टरपंथ फैल रहा था। उन्होंने कहा कि पीएफआई आतंकवाद के लिए कच्चा माल तैयार करने का प्रयास कर रहा था और सरकार के पास ऐसे बहुत से दस्तावेज हैं, जिनसे सिद्ध होता है कि पीएफआई की गतिविधियां देश की एकता के लिए अच्छी नहीं थीं।
पूर्वोत्तर में उग्रवाद पर शाह ने कहा कि वहां अब शांति है और भाजपा सरकार ने बहुत से उग्रवादी समूहों के साथ समझौतों पर हस्ताक्षर किए हैं। उन्होंने बताया कि आठ हजार से अधिक हथियारबंद उग्रवाद समर्थकों ने आत्मसमर्पण कर दिया और मुख्यधारा में शामिल हो गए। शाह ने कहा कि पूर्वोत्तर क्षेत्र पहले नाकाबंदी, बंद, बम धमाकों और उग्रवाद के लिए जाना जाता था, जबकि अब वह सड़क, रेल और हवाई सुविधाएं प्राप्त कर रहा है।