विश्व हिंदू परिषद ने (DMK) नेता उदयनिधि स्टालिन पर ‘सनातन धर्म’ के खिलाफ उनकी बयानबाजी को लेकर कड़ी फटकार लगाते हुए ऐसे बयान देने से परहेज करने को कहा, क्योंकि इससे ‘गंभीर परिणाम’ हो सकते हैं। एक बयान में, विहिप के कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार ने डीएमके के नेतृत्व वाली तमिलनाडु सरकार से यह स्पष्ट करने के लिए कहा कि क्या वह उदयनिधि स्टालिन के बयान से सहमत है और यदि ऐसा है, तो केंद्र से लोगों के अपने धर्म का पालन करने के अधिकार की रक्षा करने का अनुरोध किया जाएगा।
आलोक कुमार ने कहा, ‘मैं तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के बेटे और राज्य मंत्री उदयनिधि स्टालिन के बयान की भाषा और भावना दोनों से आश्चर्यचकित हूं। वे जिस तरह की धमकियां दे रहे हैं, उन्होंने अपनी ताकत का भी अंदाजा नहीं लगाया। उन्होंने कहा, ‘ऐसी धमकियों के परिणाम गंभीर भी हो सकते हैं, याद रखें कि जो ‘सनातन धर्म’ को नष्ट करने की बात करता है वह स्वयं नष्ट हो जाता है।
विहिप नेता ने कहा कि अतीत में ‘सनातन धर्म’ को मुसलमानों, मिशनरियों और अंग्रेजों से चुनौतियों का सामना करना पड़ा, फिर भी उसने जीत हासिल की. जिसे मुगलों, मिशनरियों और अंग्रेजों द्वारा नष्ट नहीं किया जा सका। बजाय इसके मुगलों और अंग्रेजों का शासन ही गायब हो गया। कुछ राजनेता ‘सनातन धर्म’ को नष्ट करने का दिवास्वप्न देख रहे हैं।